GST से आम लोगों को मोदी सरकार ने दिलाई राहत, अब कारोबारियों को टैरिफ की मुसीबत से दिलाएंगे छुटकारा
भारत सरकार ने हाल ही में आम लोगों को जीएसटी में राहत दी है. सरकार ने कई उत्पादों पर जीएसटी खत्म किया है तो वहीं कई उत्पादों पर कम किया है. इससे सीधे तौर पर आम जनता के लिए फायदा होने वाला है. भारत सरकार अब ट्रंप के टैरिफ से जूझ रहे निर्यातकों को लेकर काम कर रही है. निर्यातकों को राहत देने की तैयारी केंद्र सरकार की तरफ से की जा रही है. सरकार के सूत्रों के अनुसार जल्दी ही ट्रंप के टैरिफ से प्रभावित सेक्टर के एक्सपोर्टरों की मदद देने के लिए कुछ योजनाओं का ऐलान किया जा सकता है.
डोनाल्ड ट्रंप के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद से कपड़ा, गहने और आभूषण के क्षेत्र में निर्यातकों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही चमड़ा और फुटवियर, कृषि, रसायन और इंजीनियरिंग उत्पाद तथा समुद्री निर्यात सेक्टर से जुड़े एक्सपोर्टरों के सामने भी नई चुनौतियों आ गई हैं. यही कारण है कि निर्यातकों के माथे पर चिंता की लकीरे घिर आई हैं.
प्रोत्साहन पैकेज पर काम कर रही सरकार
राहत के लिए सरकार की तरफ से प्रस्तावित योजनाओं में छोटे निर्यातकों की लिक्विडिटी की समस्या को हल करने और कार्यशील पूंजी पर दबाव कम करने का उद्देश्य शामिल रहेगा. साथ ही यह कोशिश की जाएगी कि इन क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों की नौकरियों की सुरक्षा बनी रहे. निर्यातकों को अपने उत्पादों के लिए नए मार्केट ढूंढने तक उनको अपना उत्पादन जारी रखने में परेशानी न आए.
दरअसल सरकार ठीक वैसे ही प्रोत्साहन पैकेज पर काम कर ही है, जैसा कोविड महामारी के समय MSME सेक्टर को दिया गया था. साथ ही सरकार एक्सपोर्ट प्रमोशन मिशन पर भी काम कर रही है, जिसका ऐलान बजट में किया गया था.
सरकार की तरफ से जल्द होगा ऐलान
भारत सरकार की तरफ से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि वे किसी भी दबाव में झुकेंगे नहीं. कुछ दिनों पहले मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा था कि हम निर्यातकों के लिए कुछ उपाय करने वाले हैं. इससे उन्हें राहत मिलेगी. इसके साथ ही सभी को नए बाजार तलाश करने में भी सरकार हर संभव मदद करेगी. अब ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप के टैरिफ का मुकाबला करने के लिए सरकार अपने नए कदमों का जल्द ही ऐलान कर सकती है.
अमेरिका ने भारत पर लगाया 50 प्रतिशत टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर जुलाई महीने में 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था. हालांकि उन्होंने बाद में रूस से तेल खरीदारी का हवाला देते हुए भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था. यही कारण है कि इस भारी भरकम टैरिफ के कारण कई सेक्टरों पर सीधा असर पड़ा है. कई सेक्टरों में निर्यात पूरी तरह सिमट चुका है तो कई जगहों पर डिमांड कम हो गई है.
Post Comment